प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने 2023 में ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य छोटे व्यापारियों और हस्तशिल्पियों की मदद करना है, जो पारंपरिक कामों या छोटे व्यवसायों के जरिए अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं। लाखों लोग अब तक इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं और इसका लाभ उठा रहे हैं। खास बात यह है कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को उनके काम के लिए मुफ्त में टूलकिट (औजार) प्रदान किए जाते हैं, जो उनकी कार्य क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025: क्या मिलेगा?
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत लाभार्थियों को 15,000 रुपये तक के औजार मुफ्त में दिए जाते हैं। यदि आपने अब तक टूलकिट का लाभ नहीं लिया है, तो 2025 में भी आप इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। यह टूलकिट उन लोगों को दी जाती है, जिनका काम हाथों से किया जाता है, जैसे कि दर्जी, मूर्तिकार, मोची, ठेले पर सामान बेचने वाले और अन्य छोटे व्यापारी।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी कौन हो सकते हैं?
इस योजना का लाभ वे लोग उठा सकते हैं, जो पारंपरिक शिल्पकारी या छोटे व्यवसायों में लगे हैं और जिनके पास महंगे औजार नहीं हैं। अगर आप किसी ऐसे काम में लगे हैं, जिसके लिए उच्च गुणवत्ता वाले औजारों की जरूरत है, तो आप इस योजना के लिए पात्र हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, दर्जी, मोची, कारपेंटर, कारीगर, और छोटे व्यापारी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
टूलकिट प्राप्त करने की प्रक्रिया
यदि आप पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत टूलकिट प्राप्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको योजना के पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद, आपको नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) का पता मिलेगा, जहां आप अपनी जानकारी भर सकते हैं। आवेदन करने के 15 दिनों के भीतर आपको टूलकिट मिल जाएगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना के फायदे
- हाथों से काम की झंझट खत्म: टूलकिट मिलने से अब आपको मैनुअल काम कम करना पड़ेगा, जिससे काम की गति तेज होगी।
- बचत: औजारों की खरीदारी पर होने वाला खर्च बच जाएगा।
- काम में कुशलता: बेहतर औजारों की मदद से आप अधिक कुशलता से काम कर पाएंगे।
- सरकारी सहायता: सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता से आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
- स्वरोजगार को बढ़ावा: छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे अधिक लोग रोजगार से जुड़ सकेंगे।
यह योजना कब तक चलेगी?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि पीएम विश्वकर्मा योजना अगले कुछ सालों तक सक्रिय रहेगी। अनुमान के अनुसार, यह योजना 2027 तक चलेगी, और यदि अगली सरकार भी इसे जारी रखने का फैसला करती है, तो यह और भी आगे बढ़ सकती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना एक बेहतरीन पहल है, जो छोटे व्यापारियों और हस्तशिल्पियों के लिए वरदान साबित हो सकती है। यह योजना न केवल उनके काम में सुधार लाती है, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी बेहतर बनाती है। यदि आप या आपके आसपास कोई इस योजना के लिए पात्र है, तो उन्हें इसका लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करें।